करीब 10 महीने तक बैन रहने के बाद बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया (BGMI) गेम अब भारत में वापसी के लिए तैयार है। गेम डेवलपर Krafton ने ऑफिशियल अनाउंसमेंट में बताया है कि गेम को 90 दिनों के ट्रायल पीरियड के लिए भारत में फिर से लॉन्च किया जाएगा और इसमें कई बदलाव किए गए हैं। परीक्षण के दौरान सरकारी एजेंसियां जांच करेंगी कि गेम सभी आवश्यक शर्तों का अनुपालन करता है या नहीं। इनमें से कुछ शर्तें गेमर्स पर भी लागू होंगी।
इससे पहले कि आप खेल की वापसी के बारे में खुश हो सकें, आपको यह तय करना होगा कि इसे मौजूदा प्रतिबंधों के साथ खेलना है या नहीं। 18 साल से कम उम्र के गेमर्स के लिए बुरी खबर है क्योंकि बाकी के मुकाबले उन पर ज्यादा पाबंदियां लगेंगी। इन गेमर्स को अपने पैरेंट्स का रजिस्ट्रेशन कराना होगा, इसके अलावा उन्हें सीमित समय के लिए ही गेमिंग की इजाजत मिलेगी। आइए जानते हैं कि खिलाड़ियों को किन-किन पाबंदियों का सामना करना पड़ेगा।
एज रिस्ट्रिक्शन: 18 वर्ष से कम आयु के खिलाड़ियों को खेल खेलने के लिए माता-पिता या अभिभावक को पंजीकृत करना होगा। इन गेमर्स को गेम का एक्सेस तभी मिलेगा जब वे वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) की मदद से लॉग इन करेंगे।
प्लेटाइम लिमिटेशन: क्राफ्टन ने बताया है कि जिन खिलाड़ियों की उम्र 18 साल से कम है उन्हें रोजाना सीमित समय के लिए ही गेमिंग का विकल्प दिया जाएगा। ऐसे खिलाड़ी दिन में सिर्फ तीन घंटे ही खेल सकेंगे और खेल के बीच में उन्हें ब्रेक टाइम रिमाइंडर भी भेजा जाएगा ताकि वे बीच-बीच में ब्रेक लेते रहें।
इन-गेम स्पेंडिंग कैप: खिलाड़ियों को खेल पर बहुत अधिक खर्च करने से रोकने के लिए 7000 रुपये ($85) की सीमा लगाई गई है। एक दिन में इन-गेम आइटम पर अधिक खर्च नहीं किया जा सकता है।
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भारत सरकार ने चिंता व्यक्त की थी कि इन प्रतिबंधों के मद्देनजर इस तरह के बैटल रॉयल गेम्स कम उम्र के गेमर्स के बीच लत का कारण बन सकते हैं। कंपनी ने गेम से वॉयलेंट ग्राफिक्स को भी हटा दिया है और अब किसी कैरेक्टर को शूट करने पर रेड की जगह ग्रीन ब्लड इफेक्ट दिखेगा।
साथ ही किसी खिलाड़ी को मारने के बजाय स्क्रीन पर एक लिमिट नोटिफिकेशन दिखाई देगा। गेमर्स को BGMI New Version में ऐसे कई बदलाव देखने को मिलेंगे।